कैसे हैं भइया यह आतंकवाद ।
करते रहते देश को बरबाद ॥
कहाँ से आते हैं आतंकवादी ।
करते रहते देश की बर्बादी ॥
जाने कितनी जाने जाती ।
फिर भी इनको दया न आती ॥
मुम्बई में बम ब्लास्ट किए ।
पता नहीं कितनी जानें लिए ॥
बम ब्लास्ट ये खूब हैं करते ।
मरने से यह नहीं है डरते ॥
लेखक :धर्मेन्द्र कुमार
कक्षा :७
अपना घर
कक्षा :७
अपना घर
3 टिप्पणियां:
nice
very good
very good
एक टिप्पणी भेजें