एक बार की बात है, एक बिल में एक चूहा रहता था। एक दिन उसी बिल के पास एक सांप आकर बैठ गया। चूहा ने सोचा अब तो हमारी खैर नही, ये सांप हमे खा जायेगा पर वह सांप ऐसा नहीं सोचता था। वह सांप चूहे से दोस्ती करने आया था, क्यो की उस सांप के पास अपना घर नहीं था। वह सांप एक घर तलाश कर रहा था जहाँ पर वो रह सके, पर चूहा के मन में ये डर बैठा रहा की ये सांप कहीं हमको खा गया तो... सांप ने चूहा को बताया की वो उसे खाने नही आया है वो तो बस एक घर को तलाश रहा है जहाँ पर वो रह सके.... यह सुनकर चूहा अपने बिल से बहार आकर बोला भाई आप कौन हो और मेंरे घर में क्या करने आये हो सांप बोला भाई मेरा कोई नहीं है और मेरा पास घर भी नहीं है। अगर आप मुझे अपने घर में रख लेंगे तो आप की बडी दया होगी चूहा ने बोला ठीक है भाई रख लेगें। चूहे ने अपने घर के एक हिस्से में सांप को रहने के लिए जगह दे दी। चूहा और सांप दोनों साथ - साथ रहने लगे। एक दिन सांप बीमार पड़ गया वो शिकार करने नही जा सका उसे खाने में कुछ नही मिला......भूख के मारे सांप के पेट में दर्द होने लगा। सांप ने सोचा की इस चूहे को ही मार के खा जाते है फ़िर उसने सोचा की इस चूहे ने अपनी जान जाने की परवाह किए बिना हमें रहने की जगह दी है, इसको खाना ठीक नही होगा। सांप को इस तरह पड़ा देखकर चूहा ने सोचा ये सांप कहीं शिकार के लिए गया भी नही और लग रहा है कुछ खाया भी नही है। चूहा चुपके से सांप को देखने लगा सांप भूख के मारे तड़प रहा था.... चूहा को यह देखा नही गया उसने पूछा कि तुम खाना क्यो नहीं खाते हो सांप ने कहा मै बीमार हूँ इस लिए शिकार नही कर सका मेरे पास कोई खाना नही है... भूख के मारे मेरा बुरा हाल है कई बार मेरे मन में बुरा ख्याल आया की मै तुमको खा जाऊ मगर नही दिल ने मना कर दिया। चूहे ने यह सुनकर दौड़कर बहार गया और उसके लिए खाने का इंतजाम किया... फ़िर सांप और चूहे दोनों ने साथ में बैठकर भरपेट खाना खाया..... अब सांप और चूहे दोनों रोज साथ में खाना खाते और घूमने जाते। सांप और चूहा दोनों मजे से एक ही बिल में रहने लगे... धीरे - धीरे सांप और चूहे की दोस्ती की कहानी पूरे जंगल में फ़ैल गई।
कहानी:- सागर कुमार, कक्षा ५, अपना घर
पेंटिंग:- लवकुश कुमार, कक्षा ५, अपना घर
पेंटिंग:- लवकुश कुमार, कक्षा ५, अपना घर
4 टिप्पणियां:
wow what a story. very nice keep it up.
अरे वाह, कहानी सुनकर मजा आ गया।
SBAI TSALIIM
bahut khoob...
वाह .. अच्छी कहानी।
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