" हवा चली "
हवा चली , हवा चली,
सर - सर हवा चली |
पत्ते गिराया धूल उड़ाया,
पानी में भी लहर उड़ाया |
उस लहर से गांव डुबाया,
तब जाकर समझ में आया |
लहर से बच्चो गांव बचाओ,
बचाकर नाम कमाओ |
हवा चली , हवा चली ,
सर सर करती हवा चली |
नाम : समीर कुमार , कक्षा : 7th , अपनाघर
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