" रौशनी "
अँधेरी रात में कहीं से,
रौशनी आ रही थी |
ये ही वो रौशनी है जो,
मेरी जिंदगी को दिखा रही थी |
ये जुगनू जैसा जलता,
मेरी जिंदगी में|
हर मोड़ के साथ चलता,
ये कोई रौशनी नहीं |
ये तो जिंदगी का मार्ग है,
बस इस पर चलना मेरा |
काम है आगे देखना,
इसका बड़ा परिणाम है |
नाम : विक्रम कुमार , कक्षा : 7th , अपनाघर
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