" भौ - भौ करते कुत्ते आए "
भौ - भौ करते कुत्ते आए,
खरगोश बेचारा लगे कापने |
कुत्ते का झुण्ड करीब आया,
खरगोश का दिल घबराया |
कान उठाकर वहाँ से भागा,
पीछे पड़ गए कुत्ता दादा |
दोनों की है बात निराली,
खरगोश भागने में है माहिर |
पर कुत्ता दादा है शिकारी |
नाम : अखिलेश कुमार , कक्षा : 7th , अपनाघर
कवि परिचय : यह हैं अखिलेश जो की बिहार राज्य से आये हुआ है | कक्षा 7th में ही कवितायेँ लिखना शुरु कर दिया और आजकल अच्छी कवितायेँ लिखते हैं | खेल भी बहुत अच्छा खेलते हैं | पढ़ लिखकर अपने घर और समाज की सेवा करना चाहते हैं |
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