शीर्षक:- बीती जिन्दगी
बीती हुई जिन्दगी के।
कुछ पल हमें याद आते है।।
याद उन्हें करके अब।
हम बहुत पछताते है।।
तब हम सोंचते है कि।
काश! ये जिन्दगी इससे।।
आगे न बढ़ी होती।
तो उस समय हमने।।
ये कहानी न गढ़ी होती।
गढ़ी हुई कहानी के।।
कुछ पैराग्राफ याद आते है।
उस समय के कुछ दोस्त।।
साथ है तो कुछ चले गए।
जाते-जाते कुछ दोस्त।।
हमें हैं कुछ दे जाते।
उन्ही ग़ालिब दोस्तों की।।
याद कर हम बहुत पछताते है।
बीती हुई जिन्दगी के।
कुछ पल हमें याद आते है।।
याद उन्हें करके अब।
हम बहुत पछताते है।।
तब हम सोंचते है कि।
काश! ये जिन्दगी इससे।।
आगे न बढ़ी होती।
तो उस समय हमने।।
ये कहानी न गढ़ी होती।
गढ़ी हुई कहानी के।।
कुछ पैराग्राफ याद आते है।
उस समय के कुछ दोस्त।।
साथ है तो कुछ चले गए।
जाते-जाते कुछ दोस्त।।
हमें हैं कुछ दे जाते।
उन्ही ग़ालिब दोस्तों की।।
याद कर हम बहुत पछताते है।
कवि :- सोंनू कुमार
कक्षा :- 11
अपना घर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें