शीर्षक :- समस्या विश्व पर्यावरण की ...................।
वर्तमान समय के इस दुनिया में।
विकट एक समस्या आ गई।।
विश्व पर्यावरण है वो समस्या।
जो संक्रामक की तरह छा गई।।
एक तरफ दौड़ती कार और मोटर गाड़ियाँ।
और एक तरफ कटते पेड़ जंगल और झाड़ियाँ।।
विश्व पर्यावरण दिवस सब मन रहे।
और फैक्ट्रियों का पानी गंगा में बहा रहे है।।
पर्यावरण समस्या है ये विश्व समस्या।
इसका निदान नहीं हो सकता।।
जब तक हम स्वयं व्यक्तिगत स्तर पर।
इसके प्रति सचेत न हो जाएँ।।
वर्तमान समय के इस दुनिया में।
विकट एक समस्या आ गई।।
विश्व पर्यावरण है वो समस्या।
जो संक्रामक की तरह छा गई।।
एक तरफ दौड़ती कार और मोटर गाड़ियाँ।
और एक तरफ कटते पेड़ जंगल और झाड़ियाँ।।
विश्व पर्यावरण दिवस सब मन रहे।
और फैक्ट्रियों का पानी गंगा में बहा रहे है।।
पर्यावरण समस्या है ये विश्व समस्या।
इसका निदान नहीं हो सकता।।
जब तक हम स्वयं व्यक्तिगत स्तर पर।
इसके प्रति सचेत न हो जाएँ।।
कवि :- धर्मेन्द्र कुमार
कक्षा :- 9
अपना घर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें