आज मानव
आज का मानव बहुत खराब,
पीता है दिन-रात शराब .....
पैसों को खूब उडाता है ,
पैसों से शराब पी जाता है ....
मानव के पास पैसा न होने पर ,
पत्नी से झगड़ा करता है ....
आज का मानव,मानव नहीं ,
वह दानव बन गया है .....
आज का मानव बहुत खराब ,
पीता है, दिन-रात शराब .....
लेखक : मुकेश कुमार
कक्षा : 10
अपना घर
2 टिप्पणियां:
अच्छी कविता ...
आप का बलाँग मूझे पढ कर आच्चछा लगा , मैं बी एक बलाँग खोली हू
लिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
मै नइ हु आप सब का सपोट chheya
joint my follower
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