भ्रष्ट नेता
भ्रष्ट हैं पुलिस भ्रष्ट हैं नेता ,
बैठे- बैठे कुछ नहीं करते .....
जब चोरी चमारी होती हैं ,
जब चोरी चमारी होती हैं ,
तो खड़े- खड़े बस ताका करते....
जब आती हैं चुनाव की बारी ,
तो सबके घर जाया करते ......
भ्रष्ट हैं पुलिस भ्रष्ट हैं नेता......
लेखक - सागर कुमार
कक्षा -८ अपना घर ,कानपुर
1 टिप्पणी:
बहुत खूब! सुन्दर रचना....बधाई!!!
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