आओ मेरे साथ चलो ,
आपस में एक बात करो ....
नेता जी आये हैं दौरे में ,
चलो अपनी मागों को पूरी करें ....
मांग हमारी एक रहे सब भारतवासी ,
न हो इस देश में कोई प्रवासी ....
नागरिकता से मिले सभी को काम ,
काम को पूरा मिले उनको दाम ....
पाकर दाम भर लें अपना पेट ,
जब नेता मिलेगें,तब फिर करेगें भेंट ....
एक हमारी विनम्र-प्रार्थना ,
सुन लो मेरे भाई ....
भाई-भाई तुम क्या करते हो ,
मेरी तो बज गई शहनाई .....
लेख़क :आशीष कुमार
कक्षा :8
अपना घर
कक्षा :8
अपना घर
4 टिप्पणियां:
बेहतरीन प्रस्तुति .
चि.आशीष ,
शुभ-आशीष ,आज ग्राम-चौपाल में हमने आपके इस पोस्ट को वेब-दुनिया के आलेख के साथ प्रकाशित किया है . आप लोग खूब मेहनत करके खूब तरक्की करो ईश्वर से यही कमाना है .
" सुन्दर ब्लोगिंग करते ईंट-भट्टों के मजदूर बच्चें : ब्लॉग बाल -सजग "
अच्छी बात कही.... सुंदर कविता
अतिसुन्दर...
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