सोमवार, 15 मार्च 2010

कविता : तालाब

तालाब

एक गाँव के पास में
एक बड़ा सा तालाब था
पास में उसके एक पेड़ था
तालाब के पास हरियाली है
बच्चे उसमें खेल-कूद करते
फिर बच्चे खूब नहाते हैं
और बच्चे को मजा आता है
और खेतों में भी खेलते हैं
फिर तालाब किनारे आते हैं
और खूब मजे से नहाते हैं
फिर वापस घर चले जाते हैं
घर में मौंज उड़ाते हैं

लेखक :जितेन्द्र कुमार
कक्षा :
अपना घर

1 टिप्पणी:

कृतिका चौधरी ने कहा…

मैं कविता लिखने लगूंगी तब जरूर लिखूंगी।