सोमवार, 18 मई 2009

कविता: गर्मी की छुट्टी

गर्मी की छुट्टी
गर्मी आई गर्मी आई।
सर्दी को दूर भगाई॥
गर्मी में हो गई छुट्टी।
पढ़ाई से हो गई कुट्टी॥
गर्मी की छुट्टी में नैनीताल जायेंगे।
मिलके सभी हम खुशियाँ मनाएंगे।।
नानी से मिलने उनके घर जायेंगे।
नाना के संग बाजार घूम आएंगे।।
गर्मी में आइसक्रीम खूब खायेंगे।
पानी में नहाकर गर्मी दूर भगायेंगे॥
स्वस्थ शरीर हम पाएंगे।
गर्मी में नैनीताल जायेंगे॥

कविता: मुकेश कुमार, कक्षा ७, अपना घर
पेटिंग: अशोक कुमार, कक्षा ६, अपना घर

8 टिप्‍पणियां:

अनिल कान्त ने कहा…

bahut hi pyari hai

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

अशोक की पेंटिंग मन को बहुत भाई!
कविता ने नैनीताल की याद दिलाई!

दिनेशराय द्विवेदी ने कहा…

बहुत सुंदर पेंटिंग और कविता।

दिव्य नर्मदा divya narmada ने कहा…

kavita ki duniya men pravesh ke baad kavita se dosti karo, use jano.

shikhar p singh ने कहा…

it is a very good poem

shailendra ने कहा…

bahut hi pyari kavita hai

Sanchit Ahuja ने कहा…

bahut hi sundar kavita

बेनामी ने कहा…

bahut hi achhi kavita hai aur
bahut sundar painting
i proud of ashok and kavita