एक जंगल में हाथी और बकरी दोनों साथ रहते थे। दोनों में बहुँत दोस्ती थी हाथी और बकरी दोनों खाना ढूंढने साथ में ही निकलते थे। एक दिन दोनो जगंल में दूर निकल गए, उन्हें वहां पर एक तालाब दिखाई दिया, उस तालाब के किनारे एक बेर का पेड़ दिखा, बेर का पेड़ देख कर हाथी और बकरी दोनों खुश हो गए। बेर खाने के लिए हाथी ने बेर के पेड़ को जोर से हिलाया ढेर सरे पके बेर जमीं पर गिरने लगे। उसी पेड़ पर एक चिड़िया का घोसला भी था, उस घोसले में चिड़िया का बच्चा सो रहा था, चिड़िया कहीं दाना चुगने गई थी। बकरी जल्दी- जल्दी बेर बटोरने लगी, बेर के पेड़ हिलने से घोसले में सोया चिड़िया का बच्चा तालाब में गिर गया। चिड़िया का बच्चा डूबने लगा ये देख कर बकरी जल्दी से पानी में कूद गई, लेकिन बकरी को ज्यादा तैरने नही आता था। बकरी भी डूबने लगी तभी हाथी तालाब में कूद गया और उसने बकरी और चिड़िया के बच्चे को तालाब से बाहर निकालकर उन्हें डूबने से बचा लिया। चिड़िया तब तक वापस आ गई अपने बच्चे को ठीक देखकर चिड़िया बहुत खुश हुई। उसने हाथी और बकरी को यंही पर साथ में रहने को कहा। हाथी और बकरी चिड़िया के साथ वही पर रहने लगे। कुछ दिनों में चिड़िया का बच्चा बड़ा हो गया। चिड़िया पेड पर और हाथी बकरी पेड के नीचे रहते थे चिड़िया उड़कर पता लगाती कि कहां कहां फल लगे हैं फिर चारो वहां जाते और खूब फल खाकर नाचते कूदते मजे करते।
कहानी :- आदित्य कुमार, कक्षा ६, अपना घर
पेंटिंग १:- चंदन कुमार, कक्षा ३, अपना घर
पेंटिंग २:- लवकुश कुमार, कक्षा ५, अपना घर
पेंटिंग १:- चंदन कुमार, कक्षा ३, अपना घर
पेंटिंग २:- लवकुश कुमार, कक्षा ५, अपना घर
3 टिप्पणियां:
बहुत बढ़िया लगी बकरी हाथी की कहानी . पढ़कर बचपना याद आ गया . बहुत सुन्दर प्रयास . बधाई .
अच्छी कहानी और सुन्दर पेन्टिंग..बच्चों को बधाई.
वाह, बहुत बढ़िया कहानी लिखी।
घुघूती बासूती
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