शनिवार, 21 जुलाई 2018

कविता : बारिश

" बारिश " 

बारिश का दिन  है  आया,
रिमझिम करते बारिश लाया | 
ठंडी के लिए  राहत लाया ,
गर्मी से इसने हमें बचाया | 
रात में चैन से नींद आया, 
सुबह फिर गर्मी सताया | 
 कहते हैं बारिश है प्यारी,,
बूंदें टपकती हैं ढेर सारी | 
कपड़े कर देते हैं गीले,
पेड़ से टपकते हैं आम पीले | 
बारिश का दिन है आया, 
ठंडा - ठंडा पानी लाया  |  

नाम : कुलदीप कुमार,  कक्षा : 7th ,  अपना घर  


कवि परिचय : यह हैं कुलदीप जो की छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं | कुलदीप को मौसम पर कवितायेँ बनाने का बहुत शौक है और अभी तक इन्होने बहुत सारी कवितायेँ इसी विषय पर बनाई है | कुलदीप का लक्ष्य है की वह नेवी ऑफिसर बने | कुलदीप को खेलने में क्रिकेट पसंद है | 

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