" फूलों की तरह "
फूलों की तरह खिला है,
नए रस्ते की ओर चला है |
बढ़ते जा रहे हैं मेरे कदम,
एक नए दिशा की ओर |
होंगें सही गलत के रास्ते,
चुनना है इन दोनों में से एक |
नहीं भरोसा है किसी पर,
भरोसा करूंगा खुद पर |
चलूँगा मैं सही रास्ते पर,
लगाकर अपने सपनों के पर |
फूलों की तरह खिला है,
नए रस्ते की ओर चला है |
कवि : नितीश कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर
कवि परिचय : यह हैं नितीश जी जो की बिहार के नवादा जिले के रहने वाले हैं | कवितायेँ बहुत अच्छी लिखा करते हैं | नितीश अपने कार्य के प्रति बहुत जिम्मेदार हैं | नितीश को टेक्नोलॉजी में बहुत रूचि है | पढ़ - लिखकर एक अच्छी नौकरी करना चाहते हैं और परिवार वालों की मदद करना चाहते हैं |
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