" ख्वाबों को सजाना चाहता हूँ "
छोटे छोटे ख्वाबों को सजाना चाहता हूँ,
हर लम्हा को याद करना चाहता हूँ |
खुलकर मैं जीना चाहता हूँ,
हर एक यादगार पल को |
और यादगार बनाना चाहता हूँ,
सबके दिलों में रहना चाहता हूँ |
हर किसी की मदद करना चाहता हूँ,
हर किसी को खुश रखना चाहता हूँ |
हर मुश्किल कार्य को करना चाहता हूँ,
नामुनकिन को मुनकिन बनाना चाहता हूँ |
नाम : नितीश कुमार , कक्षा : 8TH , अपना घर
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