सोमवार, 30 अप्रैल 2018

कविता : वायु में गन्दगी

 " वायु में गन्दगी " 

हो रही है वायु गन्दगी, 
फैल रही है लाखों बीमारियाँ | 
कोई नहीं देता वायु पर ध्यान, 
ले लेता है लाखों लोगों की जान |  
हम पेड़ हजारों लगाएंगे, 
लाखों जिंदगियाँ बचाएंगे | 
वायु में गन्दगी नहीं फैलाएंगे, 
वातावरण को स्वच्छ बनाएंगे | 
फिर से आराम की साँसे लेंगे, 
जिंदगी को खूबसूरती से जियेंगे | 

नाम : संजय कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर 


कवि परिचय :  संजय कुमार जो की झारखण्ड के रहने वाले हैं | संजय बहुत ही अच्छी कविता लिखते हैं पढ़ने में थोड़ा कमजोर हैं फिर भी बहुत कोशिश करते हैं | हमेशा संजय के चेहरे पर ख़ुशी रहती  है | 

कोई टिप्पणी नहीं: