मंगलवार, 10 अप्रैल 2018

कविता : दोस्ती रंग लाती है

" दोस्ती रंग लाती है " 

दोस्ती  भी क्या रंग लाती हैं,
दोस्तों की भी याद आती है | 
दोस्ती ऐसा ज़ख्म दे जाती है, 
दूसरों को प्यार , हमें रुलाती है | 
दोस्ती नींद और चैन ले जाती है, 
लेकिन दोस्ती का फ़र्ज़ निभाती है | 
जीवन के सुख और दुःख में, 
दोस्ती है जीवन के हर पल में | 
दोस्ती वह चीज है जो कभी, 
दुकानों में नहीं मिला करते | 
दोस्ती जो मन से करते हैं ,
वो औरों से कभी नहीं डरते | 

नाम : सार्थक कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर 


कवि परिचय : यह कविता सार्थक ने दोस्त के शीर्षक पर लिखी हैं| वास्तव में सार्थक को दोस्ती करना बेहद पसंद है | सार्थक हमेशा अपने दोस्तों की हर एक मुसीबत में साथ देते हैं चाहे वह पढ़ाई में हो या दुःख दर्द में हो | सार्थक पढ़ाई में बहुत अच्छे हैं | 

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