" मेरी पुकार "
हे प्रभु तू सुन मेरी पुकार,
फिर से बना दे खूबसूरत संसार |
इंसानों के अंदर भर दे प्यार,
ताकि हर इंसान बन जाए यार |
फूलों की खुसबू को बढ़ा, दे
चाहे उसमें चार चाँद लगा दे |
तोड़ने पर न पहुंचे दुःख ,
काँटों में खिलकर भी रहे खुश |
इस संसार को ऐसा बना दे ,
सोचूं तो दिल बहला दे | |
नाम : प्रांजुल कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
कवि परिचय : यह हैं प्रांजुल जो की छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं | प्रांजुल ने 2013 से शुरू किया था और आज एक अच्छे कविकर बन गए हैं |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें