" आओ चलें इस बारिश में "
आओ चलें इस बारिश में,
धूम मचाए आस - पास के पानी में |
खूब खेलेंगें खूब नाचेंगे,
कुछ कूदकर इस बारिश में ,
दोनों हाथ खोलकर राह देखेंगें |
एक बूँद ही जो खिला देगी
हमारे पुरे मन को और तन को |
दौड़कर भागेंगें इस पानी में ,
टप - टप -टप गिरने की आवाजों में |
कवि : विक्रम कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता विक्रम ने लिखी है जिसको कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है | विक्रम बहुत सी कवितायेँ लिखते हैं | विक्रम एक बहुत अच्छे वक्ता भी हैं | विक्रम पढ़लिखकर अपने परिवार की मदद करना चाहतें हैं | विक्रम अपना घर नामक संस्था में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं |
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