" बारिश आया "
काले - काले बादल आसमान पे छाया,
यह देखकर मोर , मेंढक शोर मचाया |
फिर बड़े -बड़े बूंदें गिराया,
सूखे हुए पौधों में जीवन लाया |
बारिश आया बारिश आया,
बूंदें भी खूब गिराया |
हवा -पानी साथ में लाया,
लम्बे - लम्बे पेड़ों को गिराया |
बारिश आया बारिश आया | |
कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर कवि परिचय : यह कविता कुलदीप के द्वारा लिखी गई हैं जो की छत्तीसगढ़ के निवासी हैं और वर्तमान समय में कानपुर में अपना घर नामक संस्था में रहकर अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं | कुलदीप को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है और वह बहुत सी कवितायेँ लिख चुके हैं | कुलदीप पढ़ लिखकर नेवी ऑफिसर बनना चाहते हैं | कुलदीप के माता - पिता को कुलदीप से बहुत आशा है की कुलदीप कुछ पढ़लिखकर बन जाए | कुलदीप दिल से बहुत अच्छा और मन से सुखी व्यक्ति है |
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