रविवार, 17 फ़रवरी 2019

कविता : मुस्कान का चेहरा

" मुस्कान का चेहरा "

हंसी एक मुस्कान का चेहरा है,
जो हमेशा सुख -दुःख में साथ देता है |
हंसी एक ख़ुशी का चैन है,
जो अपने आप ही आ जाता है |
हंसी एक अनूठा तरकीब है,
जो हँसते हँसते आँखों का आंसू बन जाता है |
सिर्फ अपनी एक लोरी रह जाती है,
जो हम अपने आंसू को रोक नहीं पाते है |
और चेहरे को नया मुस्कान दे जाते हैं | |


कवि : सनी कुमार , कक्षा : 7th , अपना घर

कवि परिचय : सनी जिन्होंने यह कविता लिखी है और यह बिहार के नवादा जिले के निवासी है | सनी को खेलकूद बहुत पसंद है और यह कानपुर की टीम में भी एक बार चयन होकर क्रिकेट खेले थे |

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