" वक्त का आधा समय "
यह वक्त का आधा समय,
समय आने पर बताता है |
किसी की कही गई बात,
आगे की ओर ले जाती है |
जैसा को तैसा करना,
कोई अच्छा नहीं कहलाता है |
यह वक्त का आधा समय,
समय आने पर बताता है |
बिना सोचे समझे कोई कार्य करना,
अच्छा नहीं कहलाता है |
कवि : अमित कुमार , कक्षा : 4th , अपना घर
कवि परिचय : यह है अमित जो की बिहार के निवासी है , अमित को कवितायेँ लिखना और खेलना बहुत पसंद है | अमित कक्षा 4th के छात्र है और यह उनकी पहली कविता है | अमित पढ़ाई में बहुत होशियार हैं |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें