" मेरी डायरी "
मेरी डायरी की एक कहानी है,
जो की मेरे साथ शुरू हुई थी |
आज तक की सारी बात,
वह संभाल कर रखी |
हर लम्हें की सारी बीते,
तुम्हें मैनें बताई |
जरूरत पड़ने पर उन सारी,
बातों को मुझे सुनाई |
सुनाकर उस बीते बातों को,
एक नया रंग हमारी जिंदगी को देता |
जब भी मैं अकेला होता,
वह सारी बीते मुझे गुदगुदाता |
कवि : देवराज कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता देवराज के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | देवराज को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है और अपनी कविताओं को बहुत ही प्यार से सजाते हैं | देवराज को कुछ नए चीजों के बारे में जनन्ने की बहुत इच्छा होती है |
1 टिप्पणी:
बहुत सुन्दर रचना .
हिन्दीकुंज,हिंदी वेबसाइट/लिटरेरी वेब पत्रिका
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