" पूर्व दिशा से मानसून है आई "
पूर्व दिशा से मानसून है आई,
साथ में अपनी बारिश है लाई |
बारिश तब बरस रहा था,
इंसान जब तरस रहा था |
एक्सिस अमाउंट में बरसा पानी,
कानपुर ने की है मनमानी |
जगह जगह सब भर डाला,
फिर भी मौसम है काला |
सुबह से लेकर शाम तक बरसा,
बहार जाने के लिए इंसान तरसा |
फिर भी इंसान को जानी है,
साथ में बारिश लानी है |
कवि : प्रांजुल कुमार, कक्षा : 9th , अपना घर
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