" ख्वाबों में एक चाह है "
ख्वाबों में एक चाह है,
जिसको पूरा करना है |
ख्वाबों की हर एक बात ,
उसे सच कर दिखाना है |
मुश्किलों से नहीं डरना है,
आगे ही आगे चलना है | रुकना नहीं है यहाँ मुझे,
जब तक मंजिल न मिले मुझे |
नाकामियों से नहीं घबराऊँगा,
अपनी मंजिल पाकर ही रहूँगा |
कवि : नितीश कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर
कवि परिचय : यह हैं नितीश जो की बिहार के रहने वाले हैं | नितीश को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है | नितीश को मशीनो से बहुत लगाव है और उनको मकेनिकल का काम करना बहुत अच्छा लगता है |
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