बुधवार, 13 जून 2018

कविता : हिंदी

 हिंदी 

हिंदी दिवस पर अरमान लगाए रखना,
हिंदी में बिंदी लगाकर इसकी 
इस भाषा की पहचान बनाए रखना |  
इस संसार में भाषाएँ हैं अनेक, 
इसमें से हिंदी भाषा है एक | 
रंग लाएगी एक शब्द बोलकर देखो, 
बोलने में न होगी  कोई कठिनाई | 
बाजार में बाल काट रहा है नाई, 
क्योंकि लगा दिया है हमने | 
हिंदी में बिंदी मेरे भाई | | 

कवि : अखिलेश कुमार , कक्षा : 8th ,अपना घर 

कोई टिप्पणी नहीं: