हिंदी
हिंदी दिवस पर अरमान लगाए रखना,
हिंदी में बिंदी लगाकर इसकी
इस भाषा की पहचान बनाए रखना |
इस संसार में भाषाएँ हैं अनेक,
इसमें से हिंदी भाषा है एक |
रंग लाएगी एक शब्द बोलकर देखो,
बोलने में न होगी कोई कठिनाई |
बाजार में बाल काट रहा है नाई,
क्योंकि लगा दिया है हमने |
हिंदी में बिंदी मेरे भाई | |
कवि : अखिलेश कुमार , कक्षा : 8th ,अपना घर
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