शीर्षक : 2012
जब आया 2012 का झोका ।
समेट लाया अपने साथ मे मातम का झोखा ।।
चल बसे इस प्रथ्वी से जो मनुष्य ।घरो मे मातम आया ।।
रोते माँ ,बाप ,भाई , बहनों को देखा ।
जब 2012 का अंत आया ।।
साथ मे अपने साथ एक दिन लाया ।।
जब आया 2012 का झोका ।
समेट लाया अपने साथ मे मातम का झोखा ।।
नाम : लवकुश कुमार
कक्षा :9
अपनाघर ,कानपुर
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