डाक्टर आये डाक्टर आये, साथ में अपने आला लाए। ह्रदय की तरफ आला लगते है, तब दर्द और बुखार का पता लगते है। रात को कुछ हो जाता है, डाक्टर सुई लगता है, साथ में दवा दे जाता है।
लो भाई डॉक्टर आ गये.. लेकिन डॉक्टर सूई लगाता है, यह आपसे किसने कहा ? जो बच्चे दवा नहीं खाते, जिद करते हैं, उन्हें ठीक करने के लिये फिर तो सूई तो लगानी पड़ेगी ना ?
3 टिप्पणियां:
लो भाई डॉक्टर आ गये..
लेकिन डॉक्टर सूई लगाता है, यह आपसे किसने कहा ?
जो बच्चे दवा नहीं खाते, जिद करते हैं, उन्हें ठीक करने के लिये फिर तो सूई तो लगानी पड़ेगी ना ?
वैसे डॉक्टर साहब ना ही आये तो अच्छा है , कविता के लिए आभार
http://madhavrai.blogspot.com/
http://qsba.blogspot.com/
बहुत बढ़िया लिखा आपने...
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पाखी की दुनिया में- 'जब अख़बार में हुई पाखी की चर्चा'
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