फूल
नीले- पीले हरे रंग- बिरंगे ,फूल है जैसे हर रंगो से रंगे .....
बाग में फूल है हर रंग के अनेक ,
बाग में है सब एक .....
रंग- बिरंगे हरे नीले- पीले ,
फूल है सभी बाग में खिले ......
सुंदर -सुंदर न्यारे -न्यारे ,
फूल लगे बाग में प्यारे प्यारे .....नीले -पीले हरे रंग -बिरंगे ,
फूल है जैसे हर रंगों से रंगे....
सुंदर- सुंदर न्यारे- न्यारे ,
फूल है कितने प्यारे -प्यारे ......
लेखक -धर्मेन्द्र कुमार कक्षा ७ अपना घर
2 टिप्पणियां:
bahut hee rangeen.narayan narayan
बहुत खूब धमेन्द्र जी, मुझे भी अपनी पहली कविता याद आ गई।
शुभकामनाऍं आपको
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