एक भूत और दो आदमी
बहु़त समय पहले की बात है कि रास्ता था जो जंगल से होकर जाता था। उसी जंगल से एक बार दो आदमी जा रहेथे, वे लोग कुछ दूर चले होंगे कि अचानक उन्हें रस्ते में एक भूत मिल गया। उन दोनों आदमियों ने उस भूत से पूछाक्यों भाई तुम यंही रहते हो क्या ? प्रश्न सुनकर भूत बोला हाँ मै यंही रहता हूँ और यंही पर मेरा घर भी है। फ़िर भूतने उन दोनों आदमियों से पूछा कि तुम दोनों लोग कहाँ जा रहे हो ? उन दोनों ने कहा हम जंगल के उस पर दूसरेगाँव जा रहे है। भूत ने फ़िर पूछा वंहा पर तुम लोगों को क्या काम है ? तब तक ये दोनों आदमी ये समझ गए थे किये भूत है, लेकिन वे डरे नहीं। उन्होंने भूत से कहा कि हमें उस गाँव के लोगों ने बुलाया है। उस गाँव के लोगों को इसजंगल का कोई भूत है जो बराबर उन्हें परेशान करता है और डराता है। हम दोनों तांत्रिक है और बदमाश भूतों कोठीक करते है। हम उसी भूत को ठिकाने लगाने आए है। भूत ने जैसे ही इन दोनों आदमी कि बात सुनी तो उसकेहोश उड़ गया, वो बहुत डर गया। भूत जल्दी से उन दोनों आदमियों से पीछा छुड़ाकर उस जंगल से भाग गया। दोनों आदमी इस प्रकार से आपनी चालाकी से उस भूत से पीछा भी छुड़ा लिया और वो जंगल भी उस भूत से हमेशा के लिए मुक्त हो गया।
लेखक: आदित्य कुमार,,कक्षा ७, अपना घर
1 टिप्पणी:
बहुत कारगर तरीका अपनाया दोनों ने भूतों से बचने का .बढ़िया और शिक्षाप्रद कहानी ....
हेमंत कुमार
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