शनिवार, 11 जुलाई 2009

कविता: पुस्तक

पुस्तक
पुस्तक कितनी प्यारी है।
इनमें जीवन की कहानी है॥
पढ़ने में लगती प्यारी है।
इनमें मज़ेदार कहानी है॥
कलम से लिखी कहानी है।
लेखकों की जिंदगानी है॥
पुस्तक को बच्चें जब पढ़ते है।
जीवन में हरदम आगे बढ़ते है॥
शिक्षा से जीवन अच्छा बनता है।
खुशी से हरदम बच्चा रहता है

लेखक
: अशोक कुमार, कक्षा , अपना घर


2 टिप्‍पणियां:

Sudhir Kekre ने कहा…

Ashok,
well done
bahut acha likha hai

अर्चना तिवारी ने कहा…

बहुत सुंदर रचनाएँ हैं और ब्लॉग भी आकर्षक है