कविता :- पढाई
पढ़ने का ओना एक मजा है....
लेकिन हमें क्यों मिलती सजा है,
पढ़ने से मिलती है अधिक जानकारी....
पढ़ने से पता चलता है सत्य असत्य का ज्ञान,
तब हमारे समाज में बदला है विज्ञान....
किस तरह पढ़ना चाहिए एक कुशलता है,
पढ़ने से हमें मिलती सफलता है....
पढ़ने से हम सिखाते है,
हमें कैसा व्यव्हार करना चाहिए....
और सीखते है बड़े बूढों के,
सामने कैसे बैठना चाहिए....
यह सब पढ़ने का ही मजा है,
अगर पेट के लिए खाना जरुरी है....
तो मस्तिष्क के लिए पढ़ना जरुरी है,
किताबें कैसे पढ़ना है यह जान लो....
इन्ही से दोस्ती करना है यह मन लो,
पढ़ने का ओना एक मजा है....
लेकिन हमें क्यों मिलती सजा है,
पढ़ने से मिलती है अधिक जानकारी....
पढ़ने से पता चलता है सत्य असत्य का ज्ञान,
तब हमारे समाज में बदला है विज्ञान....
किस तरह पढ़ना चाहिए एक कुशलता है,
पढ़ने से हमें मिलती सफलता है....
पढ़ने से हम सिखाते है,
हमें कैसा व्यव्हार करना चाहिए....
और सीखते है बड़े बूढों के,
सामने कैसे बैठना चाहिए....
यह सब पढ़ने का ही मजा है,
अगर पेट के लिए खाना जरुरी है....
तो मस्तिष्क के लिए पढ़ना जरुरी है,
किताबें कैसे पढ़ना है यह जान लो....
इन्ही से दोस्ती करना है यह मन लो,
नाम : मुकेश कुमार
कक्षा : 10
अपना घर
कक्षा : 10
अपना घर
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