मंगलवार, 6 जून 2023

कविता :"गर्मी "

"गर्मी "
 ये गर्म धूप की मार ने  | 
लू की चपेट ने 
कर गया सबका बुरा हाल|  
कैसे कट रहा ये साल 
जिंदगी चल रहे मालगाड़ी की चाल में |  
कभी पेड़ के नीचे बैठकर चैन की सास ले 
तो कभी घर के अंदर बैठकर आनंद ले | 
ये गर्म धूप की मार ने 
लू की चपेट ने | 
कवि :सार्थक कुमार ,कक्षा :12th
अपना घर  

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