गुरुवार, 1 जून 2023

कविता :"सवाल "

"सवाल "
 सवाल आते है मन में हजार | 
जो कर देता है मुझको लाचार,
जबाब जानने के हर पल बेकरार|  
कभी मिलता कभी नहीं मिलता,
ऐसा होता  है हर बार | 
सोचने पर मजबूर हो जाता, 
क्या  करू समझ नहीं आता | 
काफी देर उलझने  बाद ,
सुलझा सा उत्तर मिलता|   
कवि :अखिलेश कुमार ,कक्षा :12th 
अपना घर 

कोई टिप्पणी नहीं: