शुक्रवार, 4 जून 2021

कविता : "ये कोरोना है महामारी "

"ये कोरोना है महामारी "

 ये कोरोना है महामारी ,

सब पे पड़ गया है भारी |

सिर्फ घर के अन्दर ही रहते है,

न हो पाता है अच्छे से पढ़ाई | 

क्योकि आ गया है कोरोना महामारी,

 लकडाउन बढ़ता ही जा रहा है |

हॉलिडे पर हॉलिडे बढ़ता ही जा रहा है,

घर पर ही दिन और रात काटे | 

ये कोरोना है महामारी ,

कवि : नवलेश कुमार ,कक्षा : 7 

अपना घर

कोई टिप्पणी नहीं: