गुरुवार, 17 जून 2021

कविता : " यह रंग बिरंगे फूलों "

" यह रंग बिरंगे फूलों "

यह रंग बिरंगे फूलों को | 

चाहतीं हैं पूरी दुनियाँ ,

इस फूलों की खुशबू से | 

 महेकने लगतीं हैं फूलों की बगिया,

भरा हुआ फूलों की बगिया से | 

हर कोई इसे ले जाता हैं ,

इन फूलों की हैं इतनी तारीफ़ | 

जो सभी को हैं भाता ,

हर कोई इसे घर पर ले आता |

कवि : पिंटू कुमार ,कक्षा :6 

अपना घर

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