" सर्दी "
सर्दी है अब जाने वाला,
गर्मी है अब आने वाला |
कौन सा मौसम है अच्छा वाला,
क्या कहूं हर मौसम है मतवाला |
सर्दी में मन गर्मी को भाई,
गर्मी में मन सर्दी को भाई |
सर्दी में है लोग सिकड़ने,
गर्मी में लगे पसीने से चिढ़ने |
सर्दी में लोग आग तापते,
गर्मी कम हो ये कामना जापते |
सर्दी है अब जाने वाली,
इसीलिए मैं पंखा निकाल ली |
कवि : पिंटू कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता पिंटू के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | पिंटू को लिखने का बहुत शौक है | क्रिकेट खेलने में बहुत माहिर हैं | एक दूसरों से बहुत ही अच्छे से बात करते हैं |
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