" बसंत के मौसम में "
बसंत के मौसम में,
कुछ तो अलग होगा
चाँद और सितारों के बीच
कोई तो राज़ होगा |
बसंत के मौसम में,
शहर में खुशहाली है |
भगवान के चरणों में पीला फूल चढ़ा है
यह मौसम कितना बड़ा है |
इस बसंत में होगी हरियाली,
चिड़ियों की रंग बिरंगें निराली |
बसंत के मौसम में,
कुछ तो अलग होगा |
कवि : संजय कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता संजय के द्वारा लिखी गई है जो की झारखण्ड के रहने वाले हैं | संजय एक बहुत ही मेहनती बालक है और हमेशा पढ़ाई के प्रति अटल रहता है | संजय को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है |
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