" कोरोना "
फ़ैल रही है महामारी,
कर लो अब बचने की तैयारी |
लोग हो या हो व्यापारी
सबको फैलेगी कोरोना वायरस बीमारी |
सर दर्द , खाँसी और बुखार,
इस वायरस का नहीं है उपचार |
जिसको वायरस लपकता है,
वो जिंदगी से जल्द टपकता है |
आजकल इसी का है भौकाल,
लोगों ने कर ली धीरे अपनी चाल |
कवि : विक्रम कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता विक्रम के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं और कवितायेँ लिखने में बहुत रूचि रखते हैं | विक्रम एक अच्छे छात्र होने के साथ साथ एक अच्छे मित्र भी बन कर रहते हैं | विक्रम को कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है |
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