" माँ "
तेरा कसूर कुछ नहीं,
जो तेरा कर्म तूने किया,
मुझे पता है तूने ही मुझे जन्म दिया |
सहा है बहुत सी मुसीबतों को,
बिना किए अपनी परवाह |
तेरी ममता मेरी जान से प्यारी,
तू ही है दुनियाँ की सबसे न्यारी |
अब यह क्या तेरे चेहरे पर झुर्रियॉ,
आँखों में आँसू |
मुँह में आह की आवाज़,
वह ठोकरों से भरी राह |
फिर भी सह कर है मुस्कराती,
तू मेरी अनमोल रत्न |
मेरी जान से भी प्यारी,
तू ही तो है मेरी सर्वोपरी |
मेरी जान से प्यारी मेरी माँ |
नाम : राज कुमार, कक्षा : 10th , अपना घर
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