"आशाओं का सूरज निकल रहा हैं "
आशाओं का सूरज निकल रहा है ,
कामयाबी रास्ते खुल रहें है |
मंजिल तो हमारी हो नहीं सकती दूर ,
क्योंकि हमारी सोच बदल रही है |
हमारी रफ़्तार बदल रहे है ,
हवाओ के जैसे हम चल रहे है |
अब जल्द ही बदलेगा जहा ,
क्योकि हम बदल रहे है |
हर बच्चो की ज्ञान देना ,
ये तो माँ -बाप का धर्म बन चुका है |
उनके जिंदगी को सवारना ,
ये तो कर्म बन चुका है |
नाम =देवा ,class 7th
अपना घर
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