"जिंदगी एक शब्द नहीं जो "
जिंदगी एक शब्द नहीं जो ,
जो चाहे भुला नहीं सकता |
तेरी मुस्कान में हजारों खुश होते है ,
गरीबों की जिंदगी बनाते है |
काश ;मैं भगवान होता ,
जब चाहे इंसान बना लेता |
मेरी एक सहायता से ,
हजारों को अच्छा बनाता |
जिंदगी में खुश हजारों लोग होंगे ,
दुःखी में अकेले होंगे। ......
नाम - सार्थक कुमार
कक्षा - 7 ,अपना घर
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