"दिन का तू ख्याल न कर "
दिन का तू ख्याल न कर
सुबह भी होगी शाम भी होगी
वही धूप होगी वही छाव होगी
सूर्य चन्द्रमा के प्रकाश को बस
फेरन होगा
दिन का तू ख्याल न कर
सुबह भी होगी शाम भी होगी
वही धूप होगी वही छाव होगी
सूर्य चन्द्रमा के प्रकाश को बस
फेरन होगा
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