" पेड़ "
शाम ,सुबह यह छाया देता,
रात में ये कभी - कभी सोता |
सूंदर - सूंदर ये फूल देता,
रस भर -भरकर फल देता |
फूल को सूंघने में आनंद आता,
जड़ तो अंदर में छिप जाता |
तना रात दिन खड़ा रहता,
पूरा पेड़ दूप को सहता |
सुबह-सुबह जब पानी मिलता,
पूरा दिन खुसी से रहता |
शाम सुबह यह छाया देता,
सारी रात खूब सोता |
नाम : अवधेश कुमार ,कक्षा : 4th , अपनाघर
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