" स्कूल "
स्कूल का दिन आया,
पढ़ने का मौका लाया |
कॉपी ले जाते है हम ,
बुक से पढ़कर आते हम |
दिनभर रहते स्कूल में,
मैडम आती है देर में |
बच्चे चिल्लाते रहते हैं,
मॉनिटर शांत करते थक जाते हैं |
कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा 6th , अपनाघर
कवि परिचय : यह हैं कुलदीप कुमार | ये छतीसगसढ़ राज्य के प्रवासी मजदूर का बेटा है | अपनी पढाई पूरी करने के लिए अपना घर हॉस्टल में रहते है | इनको कविता लिखने का बहुत शौक है| कक्षा 6 th के छात्र हैं | कुलदीप क्रिकेट के दीवाने है | विराट कोहली के फैन है | कुलदीप को डांस करना बहुत पसंद है| हमें उम्मीद है कि आपको कुलदीप की रचनाएँ पसंद आएँगी
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