हस्तिया को मैंने याद किया
हस्तिया को मैंने याद किया
उनकी बातो से बात किया
वे तो मर के मिट गए
पर उनकी कथाओं को प्रेरणा स्त्रोत किया
शान से जियो आन से जियो
गुलामी का ख़त्म करके जियो
उनके सन्देश उनकी बाते
जीवन में प्रकाश किया
उन हस्तिया को मैंने याद किया
राज कुमार
कक्षा - ६
अपना घर ,कानपुर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें