रविवार, 4 नवंबर 2012

शीर्षक: डर लगता है

   "डर लगता है" 

डर लगता है मौसम के बदलने से ।
बीमारी लोग डरते है अच्छे से ।।
डर लगता है शोर -सराबे से ।
धरती को प्रदूषित करते है अच्छे से ।।
डर लगता है अकेले चलने से ।
डर लगता है नियम का पालन करने मे ।।
कही सजा न मिल जाए ।
डर लगता है झूठ बोलने से ।।
कंही हजार बार झूठ न बोलना पड़े।
डर लगता है ज्यादा प्यार करने से ।।
कंही मै इसमें घायल न हो जाऊं ।
बच भी जाऊ तो कंही सम्हाल न पाऊ ।।

नाम : लवकुश कुमार , कक्षा : 9 , अपनाघर ,कानपुर 

1 टिप्पणी:

अजय कुमार झा ने कहा…

सरल सुंदर प्रयास