बीते पल
बीते हुए वो पल....
अभी भी याद आते है,
अच्छी ख़ुशी में भी....
वो हमें रुलाते है,
उस समय थी किसी से....
यारी किसी से दोस्ती,
लेकिन आज इस मेले में....
है केवल कवियों की गोष्ठी,
आज भी हमें उनकी....
शक्लें याद आती है,
कभी-कभी चेहरे पर मेरे....
मुस्कान दे जाती है,
पल वो कोशिश करते हैं याद आने की....
पल वो कोशिश करते है रुलाने की,
नाम :-सोनू कुमार
कक्षा :10
अपना घर
2 टिप्पणियां:
बहुत अच्छी लगी, धन्यवाद
बहुत सुन्दर कविता...
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