दादा जी ने समझाया
दादा जी ने यह समझाया ,
बच्चों धमा-चौकड़ी मत करो .....
पढ़ो लिखो तुम आराम करो,
जग में रोशन नाम करो तुम .....
अच्छे नागरिक बन जाओगे ,
समाज को अच्छी राह दिखलाओगे......
बच्चे बोले धमा-चौकड़ी नहीं करेगें ,
अपने घर में जी जान से पढ़ेगें .....
लेखक :मुकेश कुमार
कक्षा :9
अपना घर
5 टिप्पणियां:
अच्छी बात बताती कविता .....
बहुत अच्छी कविता...
सुन्दर सार्थक सन्देश देती बाल कविता। आभार।
सुंदर कविता ....
बहुत सार्थक सन्देश देती सुन्दर रचना..
http://bachhonkakona.blogspot.com/
एक टिप्पणी भेजें